Bhagavad Gita Sanskrit
गुरु-वन्दना
गुरु-वन्दना :
।। ॐ श्री सद्गुरुदेव भगवान् की जय ।।
जय सद्गुरुदेवं, परमानन्दं, अमर शरीरं अविकारी।।
निर्गुण निर्मूलं, धरि स्थूलं, काटन शूलं भवभारी।।
सूरत निज सोहं, कलिमल खोहं, जनमन मोहन छविभारी।।
अमरापुर वासी, सब सुख राशी, सदा एकरस निर्विक...