KahiAnkahi With Astha Deo
Yun Tum chup na raho
यूँ तुम चुप न रहो!
कह दो तुम,
यूँ चुप न रहो,
चुप रहने को यूँ मान न दो,
सहने को अब सम्मान न दो !
चुप रहना क्यों जरूरी है,
सहने की क्या मजबूरी है,
कहने का जो एक तरीका हो,
बातों में जो एक सलीका हो,
सच भी तब मीठा लगता है,
जीवन नहीं रीता लगता है!
बोलो ज